क्षय रोग / T.B. यह बीमारी निचलतम स्तर के रहने के साधन, एक स्थान पर ज्यादा लोग रहने, अच्छा पौष्टिक भोजन न करने, HIV-AIDS तथा Diabetes जैसी बीमारियो के रहने से पकड़ती है। क्षय रोग का संक्रमण पीड़ित व्यक्ति के थूक / Sputum में मौजूद जीवाणु से होता है। जब पीड़ित व्यक्ति कही खाँसता, छींकता या थूकता है तो उस थूक में मौजूद जीवाणु हवा में मिल जाते है और आस-पास के लोगो में क्षय रोग का फैलाव करते है। रोगी नियमित क्षय रोग कि दवा ले रहे है उनसे क्षय रोग के संक्रमण का खतरा बहोत कम होता है।
हमारे आस-पास हवा में क्षय रोग / T.B. के जीवाणु कई बार मौजूद होते है, परन्तु रोग प्रतिकार शक्ति अच्छी होने के कारण कुछ लोगो में इसका संक्रमण नहीं होता है। कुछ लोगो में यह जीवाणु निष्क्रिय / Inactive रहते है और इस कारन न तो बीमारी होती है और न ही कोई लक्षण दिखाई देते है। जब ऐसे लोगो में किसी कारणवश रोग प्रतिकार शक्ति कमजोर हो जाती है, तब यह निष्क्रिय जीवाणु सक्रीय / Active होकर क्षय रोग का फैलाव करते है। फेफड़ो के अलावा लसीका और रक्त द्वारा यह जीवाणु शरीर के अन्य हिस्सो में भी क्षय रोग का फैलाव कर सकते है।
क्षय रोग / T.B. गाय, भैस, सूअर जैसे जानवरो में भी पाया जाता है। इसे Bovine क्षय रोग / T.B. कहते है। अगर क्षय रोग / T.B. से पीड़ित जानवर का मांस बिना अच्छी तरह पकाए खाया गया हो या फिर कीटाणु वाला दूध बिना अच्छी तरह उबाले पिया गया हो तो आपको क्षय रोग / T.B. हो सकती है।
क्षय रोग / T.B. के लक्षण क्या है ?
क्षय रोग के लक्षण कुछ इस प्रकार है :
- 3 हफ्ते से अधिक समय कि खांसी
- खांसी या बलगम में खून आना
- भूक कम लगना
- बिना कोशिश किये बेवजह वजन कम होना
- रात के समय अधिक पसीना आना
- शाम के समय बुखार आना
- एक महीने से ज्यादा समय का बुखार
- कमजोरी
- एक महीने से ज्यादा समय तक सीने में दर्द
- गले के पास सूजन या गिलटी का होना
- रीड कि हड्डियों में अगर क्षय रोग / T.B. हो तो पीठ में दर्द और पैरो में कमजोरी महसूस होना
योग
ताड़ासन
हस्त पादासन
परिवृत उत्कटासन
परिवृत पार्श्व कोणासन
प्रसारित पदोउत्तानासन
वीरभद्रासन
त्रिकोणासन
सूर्यनमस्कार
वज्रासन
मंडूकासन
शशांक आसन
जानुशिरासन
पश्चिम उत्तानासन
पवन मुक्तासन
हलासन
९० डिग्री
नौकासन
धनुरासन
प्राणायाम
अनुलोम विलोम
सूर्यभेदन प्राणायाम
कपालभाति
अग्निसार
उड्डियान बंध
कुंजल क्रिया ( vomit वाश) सारे प्राणायाम लिंग मुद्रा में ही करे
डॉक्टर की सलाह अनुसार, रोगी को अपनी दवा ठीक समय पर और पूरी अवधि तक लेनी चाहिए। दवा जल्दी छोड़ देना क्षय रोग / T.B को दुसरो तक फैलने का कारण बन सकती है।
- यहाँ वहा न थूके।
- जीन लोगो को क्षय रोग / T.B नहीं है उन्हें बचाने के लिए जब आप छीखे, खासे या हँसे तो अपना मुँह हात या रुमाल से ढके। फिर अपने हात धोए। अपने हात हमेशा खाने से पहले और खाने के बाद धोए।
- अपना आस पास का परिसार साफ़ सुधरा रखे।
- हवादार और साफ़ सुधरी जगह पर रहे।
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