Sunday 4 September 2016

लकवा के लिए योग

लकवा या स्ट्रोक या कहिए पक्षाघात मस्तिष्क की एक बीमारी है। यह दो प्रकार का हो सकता है। पहला, दिल से मस्तिष्क की ओर जाने वाली रक्तवाहिनियों के फटने और दूसरा उनके बंद होने के कारण। जब एक या अधिक मांसपेशी समूह की मांसपेशियां पूरी तरह से काम करने में असमर्थ हो जाती हैं तो इस स्थिति को पक्षाघात या लकवा मारना कहते हैं। पक्षाघात से प्रभावी क्षेत्र की संवेदन-शक्ति समाप्त हो सकती है या उस भाग को चलना-फिरना या घूमाना बंद हो जाता है। यदि यह विफलता आंशिक है तो इसे आंशिक पक्षाघात कहते हैं। पक्षाघात के कई ऐसे कारण भी होते हैं जिनके बारे में लोगों को पता ही नहीं होता, तो चलिये जानें क्या हैं क्या है पक्षाघात और इसके अनजाने कारण।

सामान्य कारण

ज्यादातर मरीजों को धमनी में खराबी की वजह से पक्षाघात का शिकार होना पड़ता है। पक्षाघात तब होता है जब अचानक मस्तिष्क के किसी हिस्से मे रक्त आपूर्ति रुक जाती है या मस्तिष्क की कोई रक्त वाहिका फट जाती है। इससे मस्तिष्क की कोशिकाओं के आसपास खून भर जाता है। मस्तिष्क में रक्त प्रवाह कम हो जाता है या मस्तिष्क में अचानक रक्तस्राव होने लगता है। जिस कारण अचानक मरीज के हाथ-पांव चलने बंद हो जाते हैं, उनमें सूनापन आ जाता है। मरीज को देखने, बोलने, बात समझने या खाना निगलने में दिक्कत होने लगती है।

यदि दिमाग का बड़ा हिस्सा प्रभावित हुआ हो तो सांस लेने में भी दिक्कत हो सकती है और बेहोशी छा सकती है। कई बार तो मरीज ठीक-ठाक सोने जाता है, लेकिन जब उठता है तो उसके एक हाथ या पांव रुक जाते हैं। महिलाओं में प्रसव के बाद होने वाला पक्षाघात अकसर शिरा में खराबी के कारण होता है।

लकवा के लिए योग
सूक्षम व्यायाम जैसे की आँखों ,गर्दन, कंधे,के जोड़ो को धीरे धीरे घुमाना
आसान
पद्मासन
वज्रासन
जानुशिरासन
पर्वतासन
शशांकासन
मंजरासन
ताड़ासन
वृक्षासन
प्राणायाम
मूलबन्ध
जालंधर बांध
अनुलोम विलोम प्राणायाम
ब्रहमारी प्राणायाम

मुद्रा
आकाश मुद्रा
पृथवी मुद्रा
सवासन
ध्यान

No comments:

Post a Comment

योग के फायदे / Benefits of yoga in hindi

योग के फायदे शरीर को अलग अलग मुद्राओं में मोड़ना या असंभव लगने वाली क्रियाएं करना ही योग नहीं है। योग में व्यक्ति का मस्तिष्क और शरीर कुछ इ...